अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।
मुझे किसी के बदल जाने का गम नही,
बस कोई था,
जिस पर खुद से ज्यादा भरोसा था.
धोखा दिया था जब तूने मुझे,
जिंदगी से मैं नाराज था,
सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं,
मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था.
नहीं मिलेगा तुझे कोई हम सा,
जा इजाजत है ज़माना आजमा ले.
समझ न सके उन्हें हम,
क्योकि हम प्यार के नशे में चूर थे।
अब समझ में आया जिसपे हम जान लुटाते थे,
वो दिल तोरने के लिए मशहूर थे.
तक़दीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई,
आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई,
मोहब्बत करके क्या पाया मैंने,
वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई!
आज़ाद कर दिया हे हमने भी उस पंछी को,
जो हमारी दिल की कैद में रहने को तोहीन समजता था।
कुछ मोहब्बत का नसा था पहले हमको फराज़,
दिल जो टुटा तो नसे से मोहब्बत हो गयी।
डूबी हे मेरी उंगलिया खुद अपने लहू में,
ये कांच के टुकडो को उठाने की सजा हे!
हसीन आँखों को पढ़ने का अभी तक शौक है
मुझको,
मुहब्बत में उजड़ कर भी मेरी ये आदत
नहीं बदली.
लगाकर आग़ सीने में,
कहाँ चले हो तुम हमदम?
अभी तो राख़ उडने दो,
तमाशा और भी होगा.
तौहीन न करना कभी कह कर "कड़वा" शराब को,
किसी ग़मजदा से पूछियेगा इसमें कितनी मिठास है.
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह.
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी,
और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ.
तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा,
वरना तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं.
मुझे छोड़कर वो जिस शख्स के पास गयी,
बराबरी का भी होता तो सब्र आ जाता।
यू ही मिले थे वो हमे अंजान बनकर,
दिल मे मेरे बस गये पहचान बनकर,
जाना नही था फिर भी वो दुर चली गयी,
आज मिली भी तो किसी से नाम का
सिंधुर बनकर.
कास के वो लोट आये मुझसे ये कहने,
की तुम कोन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले.
गुजर गया वक्त जब हम तुम्हारे तल्बगार थे,
अब जिंदगी बन जाओ तो भी हम कबूल नही करेंगे।
लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती,
लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमी पूरी नहीं होती.
पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योकि इंशान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं,
कभी उसी सक्स की जान थे हम...
ना मुस्कुराने को जी चाहता है,
ना आंसू बहाने को जी चाहता है,
लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में,
बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है।
सब ने चाहा कि उसे हम ना मिलें,
हम ने चाहा उसे ग़म ना मिलें,
अगर ख़ुशी मिलती है उसे हम से जुदा होकर,
तो दुआ है ख़ुदा से कि उसे कभी हम ना मिलें।
आप हमारे लिए एक फूल है,
जिसे तोड़ भी नहीं सकते और छोड़ भी नहीं सकते,
क्योंकि तोड़ दिया तो मुरझा जाएगा,
और छोड़ दिया तो कोई और ले जाएगा।
दिल तो कहता है कि छोड़ जाऊं ये दुनियां हमेशा के लिए,
फिर ख्याल आता है कि वो नफरत किस से करेंगे मेरे चले जाने के बाद।
दिल टूटा तो एक आवाज आई,
चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई,
सोचा क्या होगा इस खाली दिल में,
लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई.
सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको,
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको,
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा,
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको.
तुम्हारे प्यार में हम बैठें हैं चोट खाए,
जिसका हिसाब न हो सके उतने दर्द पाये,
फिर भी तेरे प्यार की कसम खाके कहता हूँ,
हमारे लब पर तुम्हारे लिये सिर्फ दुआ आये.
वो मुझे भूल ही गया होगा,
इतनी मुदत कोई खफा नहीं रहता.
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
अब नींद से कहो हम से सुलह कर ले फ़राज़,
वो दौर चला गया जिसके लिए हम जागा करते थे.
मुझे मालूम है मैं उसके बिना जी नहीं सकता,
उसका भी यही हाल है मगर किसी और के लिये.
तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है,
मैं नहीं रोता, लोग मुझे देख कर रोते हैं.
वो जिसे समझती थी ज़िन्दगी,
मेरी धड्कनों का फरेब था,
मुझे मुस्कुराना सिखा के,
वो मेरी रूह तक रुला गयी.
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती,
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती,
लोग मरने की आरज़ू ना करते,
अगर मोहब्बत में बेवाफ़ाई ना होती.
जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये.
चाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगे,
अपने हिस्से में मुकदर का लिखा मांगेंगे,
हम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत के,
हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे.
जनाजा मेरा उठ रहा था,
फिर भी तकलीफ थी उसे आने में,
बेवफा घर में बैठी पूछ रही थी,
और कितनी देर है दफनाने में.
बहुत तड़पाया है किसी की बेबस यादों ने,
ऐ ज़िंदगी खत्म हो जा,
अब और तड़पा नहीं जाता।
जिस पर हम मर मिटे,उसने हमें मिटा दिया,
वाह! क्या खूब उसने मोहब्बत का सिला दिया।
ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार,
दोनों मिल कर उसे भूल जाते है।
मेरी मौत के सबब आप बने,
इस दिल के रब आप बने,
पहले मिसाल थे वफ़ा की,
जाने यूँ बेवफ़ा कब आप बने।
बदला वफाओं का देंगे बहुत सादगी से हम,
तुम हमसे रूठ जाओ और ज़िंदगी से हम।
लोग कहते हैं पिये बैठा हूँ मैं,
खुद को मदहोश किये बैठा हूँ मैं,
जान बाकी है वो भी ले लीजिये,
दिल तो पहले ही दिये बैठा हूँ मैं।
हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता,
हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता,
तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके,
सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता.
दूर जाकर भी हम दूर जा ना सकेंगे,
कितना रोयेंगे हम बता ना सकेंगे,
गम इसका नहीं कि आप मिल ना सकोगे,
दर्द इस बात का होगा कि हम आप को भुला ना सकेंगे।
जिस दिल में बसा था प्यार तेरा,
वो दिल तो कभी का तोड़ दिया,
बदनाम ना होने देंगे तुझे इसलिए,
तेरा नाम भी लेना छोड़ा दिया।
वो खुदा था मेरा अब मेरा ईमान है,
चला गया छोड़ कर, इसलिए दिल उदास है;
बेवफा नही कहूंगा मैं उसको,
क्यूंकी इश्क़ करना उसका मुझ पर अहसान है।
तोड़ कर देख लिया आईना-ए-दिल तूने;,
तेरी सूरत के सिवा और बता क्या निकला।
गुल गई गुलशन गई,
गई होंठो की लाली,
अब तो मेरा पीछा छोड़,
तू हो गई बचो वाली...